Trueworship
महाशिवरात्रि व्रत सांसारिक सुख-भोग की महत्वाकांक्षा रखने वाले और गृहस्थ जीवन बिताने वाले सभी के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। गृहस्थ आश्रम के लोग महाशिवरात्रि के व्रत को भगवान शिव और माता पार्वती की वैवाहिक वर्षगांठ के रूप में मनाते हैं। वहीं सिद्ध साधना करने वाले इसे शत्रु पर जीत के रूप में देखते हैं। नागाओं के लिए शिवजी प्रथम गुरु और आदि गुरु हैं। महाशिवरात्रि का व्रत शिवभक्त अपने-अपने तरीके से रखते है
मान्यता है कि जो भी जातक महाशिवरात्रि का व्रत रखते हैं उन्हें नरक से मुक्ति मिलती है और आत्मा की शुद्धि होती है। इस दिन जहां- जहां भी शिवलिंग स्थापित है, उस स्थान पर भगवान शिव का स्वयं आगमन होता है। इसलिए शिव की पूजा के साथ शिवलिंग की भी विशेष आराधना करने की परंपरा है। शिव अपने भक्तों को सच्चे दिल से आशीर्वाद देते हैं। महाशिवरात्रि पर व्रत रखने से व्यवसाय में वृद्धि और नौकरी में तरक्की मिलती है। महाशिवरात्रि के व्रत का पूर्ण फल प्राप्त हो सके। ऐसा इन आज के युग के लोगो का मानना है जबकि हकीकत क्या है आगे पढो जी
ऐसा लोगों का मानना है क्योंकि इनको आध्यात्मिक ज्ञान की जानकारी नहीं है
क्योंकि जिसको सुख की अनुभूति हुईं नहीं है, वो सुख की व्याख्या कैसे कर सकते हैं।और जिसने सुख की अनुभूति हो गई है वो इस व्यर्थ के सुख को सुख मानते नहीं है।तो क्या है वास्तविक सुख जानने के लिए आगे पढो जी।
शिवजी खुद अमर नहीं है तो हमारे को नरक से कैसे छुड़वा सकते हैं जी,
खुद शिवजी भस्मासुर के आगे आगे भागरहे हैं और ना ही भस्मासुर के मन के इरादे को जान पाए तो वो हमारे को मोक्ष कैसे दिला सकते है यानि कि व्यर्थ साधना है।
जिसका पवित्र देवी पुराण में स्पष्ट लिखा हुआ है कि विष्णु जी, ब्रह्म जी औऱ शिवजी खुद नाशवान हैं बोल रहे हैं कि हमारा भी जन्म मृत्यु होती है
इससे सिद्ध हुआ कि तीनों देव भी नाशवान है।
शिव पुराण में मृत्युंजय मंत्र का जाप करने के लिए बोल रहे हैं जबकि खुद नाशवान हैं तो मृत्युंजय मंत्र का जाप करने से कैसे मोक्ष प्राप्त हो सकता है यानि कि हमारे को गलत पूजा करवा कर हमें नरक में भेजवा रहे है आज ढोंगी बाबा।
तो सही साधना क्या है, कैसे करें औऱ किससे नाम दान ले जानने के लिए आगे पढो जी।
आज के दौर में पुुर्ण गुुुरु से नामदान लेेेकर की गई भक्ति रूपी साधना से ही सर्व सुुुख औऱ मोक्ष की प्राप्ति हो सकती हैं, तो वो हैं जगत गुुुरु तत्त्व दर्शी संत रामपालजी महाराज जो वेदों और शास्त्रों के अनुसार भक्ति विधि बता रहे हैं जिससे सर्व सुख और मोक्ष प्राप्त होता हैं जी।ज्यादा जानने के लिए देखों सुबह0600बजे नेपाल TV चैनल पर।
दोपहर0200बजे श्रद्धा चैनल पर।
शाम0730बजे साधना चैनल पर।
रात0830बजे ईश्वर चैनल पर।
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