"moksha"
क्या मा बिना बालक पैदा हो सकता है क्या असम्भव ठीक उसी प्रकार (पूर्ण परमात्मा के अलावा)
गुरु बिना मोक्ष मुश्किल है जैसे हमे बचपन से पड़ाया जाता है पहली से लेकर ९ तक फिर हम १० का एग्जाम पास कर पाते है आखिरकार एक भौतिक एग्जाम को पास करने के लिए अनेकों टीचर और सर की आवश्यकता हुए तो क्या मोक्ष एक मामूली चीज है क्या जी,नहीं
एक बीमार व्यक्ति को जिस प्रकार कहीं प्रकार के ट्रीटमेंट से गुजरना पड़ता है ठीक होने के लिए उसी प्रकार मोक्ष प्राप्त करने के लिए एक प्रामाणिक (आध्यात्मिक)गुरु जिसने अपने जीवन में अध्यात्म से महत्व किसी भी चीज को न दिया हो। जिसने सिर्फ अपना जीवन विश्व कल्याण के लिए समर्पित कर दिया हो । मात्र वहीं ही एक ऐसा तेज जीव ही भगवन के चिर स्थाई धाम (मोक्ष)को प्राप्त करा सकता है।
गुरु का अर्थ होता है जो अज्ञान के अन्धकार को दूर कर के ज्ञान से और ज्ञान भी ऐसा जिससे विश्व कल्याण किया का सके ना की पशु के समान भोग।
मोक्ष पाने का सबसे उत्तम साधन क्या हो सकता है?
क्या गुरु के बिना मोक्ष नहीं मिलता?
मोक्ष के लिए गुरु बनाना जरूरी है, दुनिया में पाखंड बहुत हो गया है, किसे गुरु बनाया जाए?
क्या आपको पता है पूर्ण परमात्मा की जानकारी और मोक्ष के लिए गुरु बनाना आवश्यक होता है?
मोक्ष क्या हैं, इसे कैसे प्राप्त किया जा सकता है?
बिल्कुल मोक्ष मिल सकता है और मन में किसी का भी बुरा करने का ना सोचे हर काम निष्काम भाव से करें कोई सहायता मांगे तो सहायता करें किसी को गलत रास्ता ना दिखाएं किसी को अपमानित ना करें हर वक्त मन में भगवान का नाम ले
यानि कि गुरू के द्वारा दिये गए मंत्रों का मर्यादा में रह कर भक्ति करे,क्योंकि पूर्ण गुरु ही मोक्ष करा सकता है
मोक्ष पाने का सबसे उत्तम साधन क्या हो सकता है?
क्या गुरु के बिना मोक्ष नहीं मिलता?
मोक्ष के लिए गुरु बनाना जरूरी है, दुनिया में पाखंड बहुत हो गया है, किसे गुरु बनाया जाए?
क्या आपको पता है पूर्ण परमात्मा की जानकारी और मोक्ष के लिए गुरु बनाना आवश्यक होता है?
मोक्ष क्या हैं, इसे कैसे प्राप्त किया जा सकता है
मोक्ष प्राप्ति का क्या मतलब है और इसको किस प्रकार प्राप्त किया जा सकता है?
वह सतगुरु कौन है, जो मोक्ष की प्राप्ति करवा सकता है?
मोक्ष का मार्ग मनुष्यों को कैसे सुलभ हो सकता है?
आज के युग में पूर्ण परमात्मा के रूप में प्रकट हो चुके हैं जो कि तत्त्व से ज्ञान बता रहे हैं।औऱ मोक्ष का मार्ग बता रहे हैं।
बिना गुरु के केसी दशा होती पढ़ो जी।
महावीर के इतिहास में लिखा है कि उन्होंने कोई गुरु नहीं बनाया जबकि वेदों में प्रमाण है कि गुरु के बिना मोक्ष प्राप्त नहीं होता। तो क्या आपको पता है कि महावीर का मोक्ष हुआ या नहीं?
क्या शास्त्र अनुकूल साधना से मोक्ष सम्भव है?
बिल्कुल सही जी की आज संत रामपालजी महाराज पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब के रूप में अवतरित हुए हैं जो तत्त्व से ज्ञान बता रहे हैं और हर सम्भव भयंकर रोग का भी नाश कर रहे हैं।और कबीर कहते हैं कि
"गुरु बिन ज्ञान न उपजै, गुरु बिन मिलै न मोष।
गुरु बिन लखै न सत्य को, गुरु बिन मैटैं न दोष"।।
।। हिन्दी मे इसके अर्थ ।।
कबीर दास जी कहते है – हे सांसारिक प्राणीयों। बिना गुरु के ज्ञान का मिलना असंभव है। तब तक मनुष्य अज्ञान रुपी अंधकार मे भटकता हुआ मायारूपी सांसारिक बन्धनो मे जकडा रहता है जब तक कि गुरु कि कृपा नहीं प्राप्तहोती।
मोक्ष रुपी मार्ग दिखलाने वाले गुरु हैं। बिना गुरु के सत्य एवम् असत्य का ज्ञान नही होता। उचित और अनुचित के भेद का ज्ञान नहीं होता फिर मोक्ष कैसे प्राप्त होगा ? अतः गुरु कि शरण मे जाओ। गुरु ही सच्ची रह दिखाएंगे
औऱ वो गुरु है "जगत गुरु तत्त्व दर्शी संत रामपालजी महाराज" जो शास्त्रों के अनुसार भक्ति करने का तरीका बता रहे हैं जिससे इस लोक और परलोक में भी सुखी होंगे जी।
जिससे मोक्ष प्राप्त अवश्य होता है जी।
ज्यादा जानने के लिए देखों सुबह0600बजे नेपाल TV चैनल पर।
दोपहर0200बजे श्रद्धा चैनल पर।
शाम0730बजे साधना चैनल पर।
रात0830बजे ईश्वर चैनल पर।
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