RakshaBandhan

"रक्षा बंधन"

रक्षाबंधन पर बहन अपने भाई को राखी बांधती हैं। भाई अपनी बहन को सदैव साथ निभाने और उसकी रक्षा के लिए आश्वस्त करता है। यह परम्परा हमारे भारत में  काफी प्रचलित है, और ये श्रावण पूर्णिमा का बहुत बड़ा त्यौहार है।

रक्षाबंधन अर्थात् संरक्षण का एक अनूठा रिश्ता, जिसमें बहनें अपने भाइयों को राखी का धागा बाँधती है,  रक्षा बंधन तो पहले से ही था, यह रक्षा का एक रिश्ता है।

इसलिए, रक्षा बंधन ऐसा त्यौहार है, जब सभी बहनें अपने भाइयों के घर जाती हैं,और अपने भाइयों को राखी बांधती हैं, और कहती हैं "मैं तुम्हारी रक्षा करूंगी और तुम मेरी रक्षा करो"। और ये कोई ज़रूरी नहीं है, कि वे उनके अपने सगे भाई ही हों, वह अन्य किसी को भी राखी बाँधकर बहन का रिश्ता निभाती हैं।तो ये प्रथा इस देश में काफी प्रचलित है,

रक्षाबंधन पर राखी बांधने की हमारी सदियों पुरानी परंपरा रही है। प्रत्येक पूर्णिमा किसी न किसी उत्सव के लिए समर्पित है। सबसे महत्वपूर्ण है कि आप जीवन का उत्सव मनाये। सभी भाईयों और बहनों को एक दूसरे के प्रति प्रेम  और कर्तव्य का पालन और रक्षा का दायित्व लेते हुए ढेर सारी शुभकामना के साथ रक्षाबंधन का त्योहार मनाना चाहिए।

राखी का त्यौहार- रक्षाबंधन हिन्दुओं का प्रमुख पर्व है। यह त्योहार भाई-बहन के पवित्र प्रेम का प्रतीक है। ... सन् 1535 में जब मेवाड़ की रानी कर्णावती पर बहादुर शाह ने आक्रमण कर दिया, तो उसने अपने राज्य की रक्षा के लिए मुगल बादशाह हुमायूँ को राखी भेजकर मदद की गुहार की थी।


आजके दौर में रक्षा बंधन तो सभी मनाते हैं लेकिन रक्षा कोइ भी नहीं करता है क्योंकि रक्षा बंधन के दिन एक तरफ तो बहिन भाई के राखी बांधने आती है और भाई काम पर है और एक्सीडेंट हो जाये तो क्या रक्षा हुई भाई की औऱ यदि बहिन के साथ ऐसा कुछ घट जाए तो क्या भाई उसकी रक्षा कर पाया और तो औऱ रक्षा बंधन वाले दिन एक तरफ तो बहिन का सम्मान करते हैं और दूसरी तरफ कहि पर किसी बहिन के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है तो क्या वो राखी उसकी रक्षा कर पाया?यानी कि व्यर्थ है ये परम्परा गलत है।इससे नहीं ही तो रक्षा होती है नहीं रक्षा कर पाता है ।


जबकि हम इतनी भक्ति करते हुए भी इतने दुखी क्यों है, इससे साबित हुआ कि हम साधना गलत कर रहे हैं।सही कैसे साधना हो आगे पढ़ो जी

  "तो किया किया जाए"

  इससे साबित होता है कि कहीं न कहीं सिस्टम में गड़बड़ी हैं यानी कि हमारी भक्ति,  जिसकी भक्ति सही है उसी की रक्षा होती है, तो कैसे करे भक्ति औऱ किसकी करे भक्ति,

जिससे हमारी व हमारे परिवार की रक्षा हो औऱ सभी सुख से रहे।

आज के दौर में संत रामपालजी महाराज सही भक्ति करने की विधि बता रहे हैं और सही साधना बता रहे हैं जिससे इस लोक में भी सुख से रहेंगे और परलोक में भी सुख ही सुख प्राप्त होता है जी।



अतः आओ अपना कल्याण करवाओ जी।

ज्यादा जानकारी के लिए देखों शाम0730बजे साधना चैनल पर।

औऱ रात0830बजे से ईश्वर चैनल पर।

बिल्कुल सही सत्संग औऱ सही साधना की विधि बता रहे हैं जी।

औऱ बिना दहेज की शादियां भी करवा रहे हैं जी जिसको रमैनी कहा जाता है।आज के दौर में हजारों शादियां करवा चुके हैं।जो सभी सूख से जीवन यापन कर रहे हैं जी।



Comments

Popular posts from this blog

#DeepKnowledge_Of_GodKabir

Jagannath

मोक्ष